एलोवेरा जूस शरीर के लिए अमृत तुल्य – आइये जानते है क्यों ?
आज आपके साथ चर्चा करते है एलो वेरा जूस में समाहित विशिष्ट तत्व जिसके सेवन से मनुष्य के शरीर निरोग रहता है! सुन्दर,चुस्त व दुरुस्त सेहत के लिए मनुष्य अपने दैनिक आहार में इस जूस को शामिल करें! आखिर क्या गुण है एलो वेरा जूस में जो मानव जाती के लिए आज के युग का अमृत तुल्य माना गया है?
लिग्निन :-
एक गुदे जैसा पदार्थ जो एलो वेरा की पत्तियों की जेली में शामिल सेलुलोज के साथ पाया जाता है! इसकी उपस्थिति इस बात का सूचक है की यह मनुष्य की त्वचा में गहराई तक जाने की अत्यधिक क्षमता रखता है!
सैपोनिंस :-
इसकी खोज 1951 में एक घटक के रूप में की गई जिसमे एलोवेरा लीफ जूस की मात्रा 2 .91 प्रतिशत शामिल थी! सैपोनिंस ग्लाइकोसाइड्स है जिनमे न केवल आँतों की सफाई करने की क्षमता है बल्कि शैम्पू जैसे कास्मेटिक्स में प्राकृतिक झाग पैदा करने वाले उच्चकोटि के प्राकृतिक साबुन एजेंट भी है!
एन्थ्राक्विनोंस :-
अलोइन-कैथोटिक और एमिटिक, बारबैलोइन -एंटीबायोटिक और कैथोरटिक, आइसोबारबैलोइन-एनालजेसीक और एंटीबायोटिक, अन्थ्रानाल , अन्थ्रासिं, अलोईटिक एसिड – एंटीबायोटिक, अलो अमोडीन-बैकटीरिसाइड और लक्झेटिव, सिनैमिक एसिड- जर्मीसाइड और फंगीसाइड, इस्टर ऑफ़ सिनैमिक एसिड- एनालजेसीक और अन अस्थेटिक, इस्टीरियोल आयल – ट्रेकुलाईजिंग, क्रिसोफेनिक एसिड – स्किन फंगस, अलो अल्सिन-गैस्ट्रिक सीक्रेशन रोकता है, रेजिस्टनाल!
मोनो और पॉली सैकेराईड्स :-
एल्ड़ोनेन्टोज, सेलुलोज, ग्लूकोज, एल रैमनोज, मैनोज !
अमीनो एसिड :-
आवश्यक अमीनो एसिड - आइसोल्युसिन, ल्युसिन, लाइसिन, मैथीओनिन, फेनिल लोनीन,थियोंइम, वैलिन
सेकेंडरी :-
एलोनिं, आज़िरनीन,एस्पार्टिक एसिड, ग्लुटामिक एसिड , ग्लिसरीन, हिस्टीडाइन, हाइड्रोक्सीप्रोलाइन्स, प्रोलाइन , प्रोलाइन, सेरिन, टाइरोसीन!
इनआर्गनिक / इन्ग्रेडिएन्ट्स/मिनरल्स:- कैल्सियम, फास्फोरस, पोटैशियम, आयरन, सोडियम,क्लोरिन, मैंगनीज, मैंग्नेशियम, कापर, क्रोमियम, जिंक!
विटामिन्स :-
विटा ए-कैरोटिन, विटा बी-उत्तकों में वृद्धि, रक्त और उर्जा उत्पन्न करता है! विटा सी- कीटाणुओं को रोकने, घाव भरने और स्वस्थ्य त्वचा के निर्माण में सहायक होता है ! विटा एम्- रक्त निर्माण में सहायक, नियान्सिमेंनाइड- मेटाबोलिज्म का नियंत्रक! कोलाइन – मेटाबोलिज्म में सहायक!
एन्जाइम :-
फास्फेट – एमाइलेज, ब्रैडीकाइनेज- इम्यून बिल्डिंग , कैटालेज – तंत्र में पानी संग्रह की सुरक्षा , सेलुलोज – सेलुलोज डाइजेशन, क्रिएटिव फास्फो काइनेज – मस्कुलर एन्जाइम , लाइपेज- पाचन, न्युक्लियोटाईडेज, अल्केलाइन फोस्फेट, प्रोटिएज- प्रोटीन को उनके संघटक तत्वों में हाइड्रोलाइज करता है!
अतः इन्हीं सब उपरोक्त विशिस्ट गुणों के कारण एलो वेरा जूस वर्तमान में तहलका मचा दिया है! वह चाहे किसी भी प्रकार के रोग हो उसमे अचूक साबित हो रही है! यहाँ तक की प्राकृतिक चिकित्सा में एलो वेरा जूस कब्ज़ से लेकर कैंसर तक के मरीजों के लिए एक अत्यंत लाभकारी औषधि है! नित्य नियमित एलो वेरा जूस का सेवन मनुष्य जीवन के लिए काया कल्प कर देती है!